निलंबित आइपीएस जीपी सिंह से आज से शुरू होगी पूछताछ
निलंबित आइपीएस जीपी सिंह से गुरुवार को पूछताछ शुरू होगी। बता दें कि जीपी सिंह ने अपने वकील की मौजूदगी में पूछताछ करने की बात कही है। मामले में इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी पूछताछ करेंगे। आय से अधिक संपत्ति के संबंध में ईओडब्ल्यू जानकारी लेगी।
बता दें कि अक्टूबर के महीने में सीजेआई एनवी रमना ने सुप्रीम कोर्ट में जीपी सिंह मामले में सुनवाई करते हुए कहा था कि आप हर मामले में सुरक्षा नहीं ले सकते, आपने पैसा वसूलना शुरू कर दिया, क्योंकि आप सरकार के करीब हैं। यही होता है अगर आप सरकार के करीब हैं और इन चीजों को करते हैं तो आपको एक दिन वापस भुगतान करना होगा।
जब आप सरकार के साथ अच्छे हैं, आप वसूली कर सकते हैं, लेकिन अब आपको ब्याज के साथ भुगतान करना होगा। कोर्ट ने कहा था कि यह बहुत ज्यादा हो रहा है। हम ऐसे अधिकारियों को सुरक्षा क्यों दें? यह देश में एक नया ट्रेंड है, उन्हें जेल जाना होगा।
जीपी सिंह से जुड़े यह है मामले
- -एक जुलाई 2021 की सुबह छह बजे इओडब्ल्यू,एसीबी की टीमों ने रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में एक साथ छापा मारा।
- -जीपी सिंह पर केस दर्ज की गई। दूसरे दिन शुक्रवार को दिन भर की जांच के बाद पांच करोड़ की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ। 10 करोड़ की संपत्ति मिलने और इसके बढ़ने की आधिकारिक जानकारी दी गई।
- -रायपुर में एक युवक से मारपीट, भिलाई में सरेंडर करने वाले नक्सल कमांडर से रुपयों का लेन-देन, रायपुर में एक केस में आरोपी की मदद का इल्जाम भी जीपी सिंह पर लगा है। इन पुराने केस की फिर से जांच की जा रही है।
- -इन तमाम मामलों के बीच पांच जुलाई को राज्य सरकार ने एडीजी जीपी सिंह को एक आदेश पत्र में यह लिखते हुए निलंबित कर दिया कि एक अफसर से ऐसी अपेक्षा नहीं थी।
छापे के बाद दर्ज हुए थे कई मामले
ईओडब्ल्यू – एसीबी की टीम ने जीपी सिंह के पुलिस लाइन स्थित सरकारी बंगले पर छापा मारा था। इस दौरान राजनांदगांव, ओडिशा समेत 15 अन्य ठिकानों पर एक साथ एसीबी की टीम ने छापामार कार्रवाई की थी। करीब 68 घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान 10 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति के साथ बंगले के पीछे गटर से कई अहम दस्तावेज मिले थे। इन्हीं को राजद्रोह का साक्ष्य माना गया था।
छापे से मिली संपत्ति के आधार पर उन पर एसीबी ने भ्रष्टाचार के मामले में एफआइआर दर्ज करवाई। इसके आधार पर शासन ने पांच जुलाई को उन्हें निलंबित कर दिया था। उसके बाद आठ जुलाई की रात जीपी सिंह के घर से मिले दस्तावेज के आधार पर उनके खिलाफ कोतवाली थाने में राजद्रोह और आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया।
कोर्ट में 400 पन्ने का चालान
आय से अधिक संपत्ति और राजद्रोह के मामले में फंसे निलंबित आइपीएस अफसर जीपी सिंह के खिलाफ कोतवाली पुलिस 19 अगस्त को बिना गिरफ्तारी के कोर्ट पहुंच गई थी। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी न्यायाधीश ओम प्रकाश साहू की अदालत में उस दिन पुलिस ने 400 पन्नों का चालान पेश किया था। कोर्ट में पेश किए गए चालान में पुलिस ने दावा किया था कि आइपीएस के रायपुर स्थित सरकारी बंगले पर प्रदेश के सभी विधानसभाओं की सर्वे रिपोर्ट मिली है।
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में निलंबित आइपीएस जीपी सिंह को गिरफ्तार कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उनसे केस के सिलसिले में विस्तृत पूछताछ की जाएगी। उनके मोबाइल की भी जांच करेंगे।