पल्स पोलियो अभियान शुरू, महापौर ने बच्चों को पिलाई पोलियो की खुराक
० छूटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पिलाए जाएंगे पोलियो ड्राप्स
राजनांदगांव। दो बूंद हर बार, पोलियो पर जीत रहे बरकरार…इस नारे के साथ जिला चिकित्सालय में पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की गई है। अभियान की शुरुआत करते हुए महापौर हेमा देशमुख ने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई। यह अभियान 2 फरवरी तक पूरे जिले में चलाया जाएगा। पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है। यह अभियान राजनांदगांव कलेक्टर टीके वर्मा के निर्देशन तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी और जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है। अभियान के प्रथम दिन निर्धारित 1365 बूथों पर शून्य से पांच वर्ष तक के अधिक से अधिक बच्चों को पोलियो की खुराक देने का प्रयास किया गया। इसके बाद छूटे हुए बच्चों को अब 2 व 3 फरवरी को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक दी जाएगी। इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया, बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर उन्हें पोलियो होने से बचाया जा सकता है। इसी उद्देश्य के साथ 31 जनवरी से 2 फरवरी तक जिले में पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत जिले में 1,613 गांवों के लगभग 2.13 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए निर्धारित 1365 बूथों के लिए 3414 स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, कोटवार, प्रशिक्षु महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा नर्सिंग व पैरामेडिकल छात्र शामिल हैं। वहीं जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे ने बताया, सभी ब्लाक के गांवों के अलावा बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन में पोलियो बूथ बनाने के साथ-साथ ट्रांजिट टीमों के द्वारा निर्माणाधीन क्षेत्र, खदानों, ईंट भट्ठा, स्लम एरिया, पहुंचविहीन क्षेत्रों व बाजार आदि में छूटे हुए बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने हेतु 38 ट्रांजिट टीमों एवं 18 मोबाइल टीमों का गठन किया गया है। डॉ. कुमरे ने बताया, राजनांदगांव शहरी क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को पोलियो बूथ बनाया गया है, जहां पर बच्चों को पोलियो की खुराक दी गई। पोलियो की दवा पिलाने हेतु शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए बच्चों के माता-पिता का सहयोग आवश्यक है। अभियान के प्रथम दिवस बूथ में पोलियो की दवा पिलाने के पश्चात अब अगले दो दिन एक व दो फरवरी को सभी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। साथ ही दीवार पर मार्किंग की जाएगी। उन्होंने बताया, पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने हेतु कलेक्टर टीके वर्मा ने स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, राजस्व विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के जिला प्रमुखों को अभियान के क्रियान्वयन व संचालन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। पल्स पोलियो अभियान में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूर्णतः पालन किया जा रहा है।